University of Calicut Previous Years Question Paper & Answer

University : University of Calicut
Course : B.A

Semester : SEMESTER 5

Subject : Spoken Hindi

Year : 2021

Term : NOVEMBER

Scheme : 2020 Full Time

Course Code : HIN 5D 01

Page:3





PDF Text (Beta):

41030

3 D 10796

19. नीचे दिए गए प्रश्न वाचक शब्दों का प्रयोग करके द्वो-ढो प्रश्न वाक्य बनाएँ ?
ം कैसे

உணா
(5 x 5 = 25 marks)
Section C

Answer any one question.
The question carries 11 marks.

20. निम्न लिखित खंड पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

भारत में हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य देश को खाद्यान्न मामले में आत्मनिर्भर बनाना था, लेकिन इस बात की आशंका किसी
को नहीं थी कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अंधाधुंध इस्तेमाल न सिर्फ खेतों में, बल्कि खेतों से बाहर मंडियों
तक में होने लगेगा । विशेषज्ञों के मुताबिक रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग खाद्यान्न की गुणवत्ता के लिए
सही नहीं है, लेकिन जिस रफ़्तार से देश की आबादी बढ़ रही है, उसके मदहैनजर एसलं की अधिक पैदावार जरूरी थी । समस्या
सिर्फ रासायनिक खाढों के प्रयोग की ही नहीं है | ढेश के ज़्यादातर किसान परंपरागत कृषि से दूर होते जा रहे हैं | दो दशक
पहले तक हर किसान के यहाँ गाय, बैल और भैंस खूटों से बँधे मिलते थे | अब इन मवेशियों की जगह ट्रैक्टर-ट्राली ने ले ली
है । परिणामस्वरूप गोबर और घूरे की राख से बनी कंपीस्ट खाद खेतों में गिरनी बंद हो गई | पहले चैत-बैसाख में गेहूँ की
फ़सल कटने के बाढ किसान अपने खेतों में गोबर, राख और पत्तों से बनी जैविक खाढ डालते थे । इससे न सिर्फ खेतों की
उर्वरा-शक्ति बरकरार रहती थी, बल्कि , इससे किसानों को आर्थिक लाभ के अलावा बेहतर गुणवत्ता वाली फसल मिलती थी

« हमरे देश में हरित क्रांति का उद्देश्य क्या था ?
* खाद्य॒न्नों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किनका प्रयोग सही नहीं था ?
* विशेषज्ञ हरित क्रांति की सफलता के लिए क्या आवश्यक मानने लगे ओर क्यो ?
* हरित क्रांति ने किसानों को परंपरागत कृषि से किस तरह दूर कर दिया ?
* हरित क्रांति का मिद्व की उर्वरा शक्ति पर क्या असर हुआ ? इये समाप्त करने के लिए क्या-क्या उपाय करना
चाहिए ?
21. निम्न लिखित अनुच्छेद का मातृभाषा में अनुवाद कीजिये :
सब धर्मों का लक्ष्य प्रेमधर्म है । सभी नीतियों का उद्देश्य प्रेम नीति पर पहुंचना है | प्रेम धर्मों से परे है, नीतियों से परे है, परन्तु

सब धर्म सब नीतियाँ प्रेम के अंतर्भूत है । वह धर्म धर्म नहीं, जिसमें प्रेम नही ١ वह नीति नीति नहीं जिसमें प्रेम न ही | प्रेम व्यापक
है और धर्म तथा नीति व्याप्य ١

(1 x 11 = 11 marks)

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